Monday, August 14, 2023

Bijli ki khoj kisne ki thi । Father of electricity

 Bijli ki khoj kisne ki thi

कुछ इन्वेंशन होते ही ऐसे है जो दुनिअ को बदल के रख देते है, हाला की बिजली की खोज उनमे से एक है।
जैसे आग की खोज की जाई थी वैसे ही बिजली की खोज भी की गयी थी उसका किसी ने बिजली आविस्कर नहीं किया था ,जैसे की हमने science में पढ़ा है की ऊर्जा (energy) कभी खतम नहीं होती वह एक रूप से दूसरे रूप में convert होती रहती है।


वैसे ही बिजली पहले से ही दुनिआ में exist करती थीऔर आज हम ये बात करेंगे की bijli ki khoj kaise hui thi
इलेक्ट्रिसिटी(electricity) की खोज किसी एक स्कैनटेस्ट (scientist) ने नहीं की थी इसमें कई scientist का योगदान रहा रहा है।


बिजली की खोज में कई बड़े बड़े scientist वैगनिको का योगयदन रहा है जिहोने पीढ़ी दर पीढ़ी time to time इसमें सुधर (work) किया और electricity को बानने के तरीको का इजात (invent) किया।

Bijli khoj ki शुरुआत Greek scientist Thales

greek-scientist-thales


लगभग ६०० इसा पूर्व (600 bc ) greek scientist Thales ने पता लगया की काच (glass) या अम्बर (electron) के टुकड़े को रेसम (silk) या बिल्ली के बाल (cat hair) से रगड़ने पर उसमे एक ऐसी ऊर्जा (energy) आ जाती है जो अपने से हलकी वास्तु (example paper) को अपने तरफ आकर्षित (attract) करती है(जिसे आज हम science में Static charge के नाम से जानते है)।

मगर Thales की इस theory पर लोगो ने ज्यादा धयान नहीं दिया , और कई लोगो ने इसे कला जादू (black magic) तक मान लिया।

बाद में thales ने इस पर रिसर्च (research) करने के बाद पाया की यह जादू नई साइंस (science) है।

ग्रीक में अम्बर को (electron) कहा जाता था और इस रिसर्च (research) के बाद thales ने इसे बिजली (electricity) का नाम दिया।

William Gilbert the father of Modern Electricity

सबसे पहले यह सवाल है की bijli ki khoj kab hui thi? "Electricity" शब्द का निर्माण भौतिक विज्ञानी और चिकित्सक William Gilbert ने किया था।

वह magnetism और बिजली के बीच संबंध की पहचान करने वाले पहले व्यक्ति थे, साथ ही पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र की पहचान करने और उसका वर्णन करने वाले पहले व्यक्ति थे।

Benjamin Franklin (kite experiment)

Benjamin-Franklin-kite-experiment

Benjamin franklin ने 1775 में एक फेमस (kite experiment) किया जिससे उन्होंने स्टैब्लिश (stablish) किया connection between lightning and electricity. इस एक्सपेरिमेंट ने Benjamin franklin ने एक पतंग (kite) को बरसात के दौरान जिसमे उन्होंने एक (wet hemp string) गीली रस्सी (which conduct electricity) को बांध के उड़या और रस्सी के आखरी में एक चाभी (metal key) लकता दी।

इस प्रोसेस में electricity produce हुई और फ्रेंक्लिन ने इसे एक permeative capacitor में स्टोर किया , experiment करते वक्त Benjamin franklin को भी बिजली का जतका लगा। इस एक्सपेरिमेंट से prove हुआ की आसमान में चमकने वाली बिजली और electricity एक की है।

Benjamin franklin ही वो पहले scientest थे जहिनो (positive) और (negative) चार्ज term को अलग किया और law of conservation of charge के बारे में बतया।

Italian physicist Alessandro Volta's battery cell invention

साल 1800 में Italian physicist alessandro volta ने अपने रिसर्च में पाया की chemical रिएक्शन से भी बिजली (electricity) बनाना सम्बव है और उन्होए एक electric सेल का अविष्कार (invention) किया जिससे बिजली बनाया जा सकता था , वोल्टा ने electric बैटरी positive और negative कनेक्टर को इस्तेमाल से बनया।
और physicist alessandro volta के नाम पे ही volt यूनिट को रखा गया।


Hans Christian Oersted's experiment

ओर्स्टेड के प्रयोग (Oersted experiment) से पता चला था की बिजली से चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) पैदा की जा सकती है।

उन्होंने संन 1820 बताया कि जब बिजली किसी तार से प्रवाहित होती है, तो यह एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती है जो पास की कंपास सुई को प्रभावित करती है।

Michael Faraday's experiment

तब Michael Faraday के मन में यह सवाल उठा की बिजली से चुम्बक (magnet) तो बनाया जा सकता है पर क्या चुम्बक (magnet) से बिजली उत्पन की जा सकती है ?

कई experiment करने के बाद Michael Faraday ने संन 1831 में पाया की चुम्बक (magnet) को तार की कुंडली यानि (coil) के पास से गुजरा जाता है तो उस तार में current पैदा हो जाती है यानि चुम्बक द्वारा उत्पन magnetic फ्लक्स में पर्वितन से तार में बिजली पैदा होती है।

इसे ही Faraday law of electromagnetic induction कहा जाता है। और इसी सिदांत की मदत से उन्होंने अविष्कार किया electric generator यानि dynamo का जिससे आज भी बिजली पैदा की जाती है।
आपको बता दे की transformers भी इसी सिदांत का उपयोग करते है।

उसी वर्ष, Thomas Johann Seebeck ने thermo-electricity की खोज की। उन्होंने पाया कि जब कुछ धातुओं के junction को गर्म किया जाता है, तो उनमें बिजली प्रवाहित (flow) होती है।

AC current ki khoj kisne ki

Nikola tesla को DC current की सभी कमियाँ पता थीं और वह AC current पर काम कर रहे थे। AC मतलब Alternative Current। वह चाहते थे कि ऐसा current बनाया जाए जो सुरक्षित हो और जो लंबी दूरी तक current supply कर सके।

जब Tesla ने Edison को अपने सारे AC current expirement को बताया तो Edison ने AC current को अपनाने से साफ इनकार कर दिया और उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि कोई प्रयोग करना है तो DC Current पर करें । जिसके बाद Tesla ने Edison की company को छोड़ दिया और AC generator और AC motor के ऊपर काम करना शुरू कर दिया।

आखिरकार 1887 में Nikola Tesla ने AC current का खोज कर डाला। और यह current हम कोसों दूर बिना किसी परेशानी के transmit कर सकते थे।

इस प्रकार, कई वैज्ञानिकों और भौतिकविदों (physicists) ने बिजली की खोज और नामांकन में योगदान दिया है। और उनकी वजह से आज हम bijli का उपयोग आसानी से और सुरक्षित रूप से कर सकते हैं।

Bharat में बिजली का avishkar कब हुआ?

अब अगर हम बात करें तो Bharat में सबसे पहले bijli कहां आई? अथवा bharat में विद्युत की खोज किसने की?
भारत में पहली बिजली 1879 में kolkata शहर में आई थी। और भारत का पहला बिजली उत्पादन कारखाना 1899 में kolkata में स्थापित किया गया था और उसके बाद 1905 में दिल्ली में diesel से बिजली का उत्पादन शुरू हुआ।
इसके बाद धीरे-धीरे अन्य शहरों में भी बिजली का उत्पादन होने लगा। इस तरह भारत में बिजली का आगमन हुआ।

आज हम किस तरीके से electricity को generate करते हैं?

2 तरीके से बिजली का उत्पादन होता है।
  • Primary sources
  • Secondary source

Primary sources

वे sources जो nature से प्राप्त होते हैं। उन्हें हम Primary sources कहते हैं। जैसे सूर्य की गर्मी, हवा, समुद्र (ज्वार भाटा)। लेकिन इससे लगातार energy का उत्पादन करना मुश्किल होता है इसीलिए इन sources का इस्तेमाल सीमित रूप से की जाती है।

जबकि bharat में इन्हें इस्तेमाल करने के लिए बड़े level पर research हो रहे हैं।


Secondary source

जल, कोयला, तेल और गैस, ऊर्जा के Secondary source हैं। ये सभी sources बिजली का उत्पादन करते हैं। भारत इन sources से बहुत अधिक मात्रा में बिजली का उपयोग की जाती है।

इन sources से पाई जाने वाली electricity को अलग-अलग category में बांटा गया है।

  • Hydroelctric power plant
  • Thermal Electric Power Plant
  • Diesel Power Plant
  • Nuclear Power Plant

Conclusion

तो दोस्तों यह थी बिजली के बारे में जानकारी कैसे खोजी गई और यह किन स्रोतों से प्राप्त की जा रही है, अभी भी बिजली पर कई शोध चल रहे हैं और इसके उत्पाद पर अभी भी कई नई तकनीकों पर काम चल रहा है।
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बिजली के आगमन से हमारी दुनिया की पूरी संरचना बदल गई है।

Telephone ka avishkar kisne kiya hai । Mobile phone ka khoj kaise hua

 Telephone ka avishkar kisne kiya hai दोस्तों आज इस blog के जरिए आज हम phone के आविष्कारक के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। जिस के आविष्का...