Tuesday, August 15, 2023

Telephone ka avishkar kisne kiya hai । Mobile phone ka khoj kaise hua

 Telephone ka avishkar kisne kiya hai

evolution-of-phone


दोस्तों आज इस blog के जरिए आज हम phone के आविष्कारक के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। जिस के आविष्कार के बाद दुनिया में communication का नया अध्याय लिखा गया। शायद आप जानते ही होंगे telephone का आविष्कार Alexander Graham Bell ने किया था।

आपको बता दें कि 19वीं सदी के शुरुआत मैं ही कई scienctist और engineer ने voice communication पर काम करना स्टार्ट कर दिया था, पर असल सफलता, 3 march 1847 को scotland में जन्मे Alexander Graham Bell को मिली थी।

आपको यह बता दे कि किसी भी आविष्कार में किसी एक व्यक्ति का योगदान नहीं होता है, telephone का इतिहास भी बहुत लंबा और पेचीदा है। Telephone के आविष्कार के इतिहास में। जिन engineers का योगदान माना जाता है, वह है Antonio Meucci, Elisha Gray, और Alexander Graham Bell, हालांकि इन तीनों में से telephone का आविष्कार किसने किया था, यह आज भी complicated है। लेकिन 7 मार्च 1876 को Graham Bell को telephone का patent मिल गया था, इसीलिए उनको telephone का असल आविष्कारक माना जाता है।

इन तीनों से पहले भी कहीं Researchers और scientists ने voice communication पर काम करना शुरू कर दिया था। सन 1667 में Robert hooke ने string telephone का निर्माण किया। जिसमें sound waves string के mechanical vibration एक जगह से दूसरी जगह transfer होती है। बच्चे आज भी tin के डब्बे को wire से जोड़कर उनसे बातें करते हैं। Robert hooke का telephone भी इसी सिद्धांत पर आधारित है।

सन 1816 में Francis Ronalds ने static electricity use करके दुनिया का पहला working telegraph बनाया था जिससे कि लंबी दूरी तक संदेश भेजा जा सकता था, पर इसकी समस्या यह थी कि message को हमेशा coded form में ही भेजा जा सकता था वह भी एक बार में सिर्फ एक।

1861 में germany के एक engineer Johann Philipp Reis ने sound के संचालन के लिए पहला working device बनाया और उसे telephone नाम दे दिया। उन्होंने france के charles के theory पर काम करते हुए telephone का निर्माण किया था। charles के मानना था कि electricity के मदद से sound और speech को transfer किया जा सकता है। पर Johann के इस telephone पर कई कमी थी। इसमें सिर्फ एक ही तरह से संदेश को भेजा जा सकता था और इसकी sound quality भी बहुत अच्छी नहीं थी। इसके वजह से उनकी आविष्कार को कोई खास पहचान नहीं मिल सकी।

सन 1808 में जन्मे Italy के खोजकर्ता Antonio meucci ने भी 1871 में एक telephone बनाया और उसका नाम sound telegraph रखा। और उन्होंने इसका patent कराना चाहा पर दुनिया ने उनका इस आविष्कार को फायदेमंद नहीं समझा और उनके patent को reject कर दिया गया।

Alexander Graham Bell को ध्वनि विज्ञान ( acoustics ) में शुरुआत से ही रुचि थी क्योंकि उनकी मां और बीवी दोनों ही बहरी थी और इसीलिए उनको sound पर काम करना प्रेरित करता था। Graham Bell ने 1871 में telephone पर काम करना शुरू किया था। उन्होंने इस कार्य के लिए एक assistance भी रखा था जिसका नाम था Thomas Watson। इसने Graham Bell के telephone के आविष्कार में काफी मदद की। Graham Bell ने harmonic telegraph पर काम करना शुरू किया था, जो कि एक प्रकार का device था जिसे एक साथ multiple message transmit होता था। उन्होंने इस पर काफी सुधार किया और एक साधारण सा receiver बनाया जो electricity को sound में बदल देता था। 7 मार्च 1876 को Graham Bell ने एक patent file किया और अपने आविष्कार के बारे में दुनिया को बताया। इसके बाद उनके patent को approval मिल गया। और Alexander Graham Bell को offical तौर पर telephone का आविष्कारक माना गया। लेकिन Graham Bell के patent file करने के 2 घंटे बाद ही america के Elisha Gray भी patent करवाने पहुंच गए पर तब तक काफी देर हो चुकी थी।

Mobile phone ka avishkar kisne kiya tha 

आज से कुछ सदी पहले की बात करें तो तब हमें अपनी बात दूसरों तक पहुंचाने के लिए कबूतर के पैर में चिट्ठी लिखकर या फिर किसी courier के जरिए संदेश भेजना जिसमें बहुत ज्यादा समय बर्बाद होता था और यह बहुत मुश्किल भी हो हुआ करता था। फिर जैसे-जैसे जमाना आगे बढ़ा यह काम postman द्वारा किए जाने लगा फिर भी हमारा संदेश जाने में काफी वक्त लगा करता था।

फिर इस मुश्किल काम को आसान करने के लिए कई scienctist और engineer ने इसी ऐसा device का खोज करना शुरू कर दी जिससे कि संदेश भेजना आसान हो जाए और फिर इसी विचार पर काम करते हुए 1876 में Alexander Graham Bell “Telephone” का आविष्कार किया जिसमें संचार के दुनिया में क्रांतिकारी बदलाव किया। Telephone के द्वारा sound signal को electrical form में बदल के wire से संदेश भेजा जाता था।

फिर Guglieimo Marconi द्वारा radio ka avishkar के 1901 में पहली बार बिना तार के बाद atlantic सागर के पास संदेश भेजने का सफलता मिली।

इसके बाद सन् 1906 में canadian scientist Reginald Fessenden ने radio signal पर काम करके इसे और आधुनिक बनाया जिसके बाद radio phone का आविष्कार किया गया। जो सेना द्वारा और समुद्री जहाज में प्रयोग किया जाता था।

First attempt to make a mobile phone. 

अभी तक आम जनता को संदेश भेजने के लिए ही telephone एकमात्र माध्यम था। कि पहली बार 1947 में at&t bell labs के द्वारा wireless phone base station बनाया गया था जोकि बहुत कामयाब नहीं हो सका। फिर 1960 के दशक के दौरान bell labs ने इसे और develop करना चाहा।

उन्होंने इसे radio से प्रेरणा लेकर बनाने का विचार किया। और एक engineer George H. Sweigert एक कामयाब wireless phone का आविष्कार कर दिया। जिसके लिए George को 10 june 1969 में पहले wireless phone का अमेरिका में patent number 3449750 मिला था।

George पहले america के radio department में काम करते थे और उनको radio wave का अच्छा अनुभव था। लेकिन उनके इस wireless phone में बहुत सारी कमियां थी जिसके लिए उनका यह pnone व्यापार के हिसाब से अच्छा साबित नहीं हुआ।

Second attempt to make a mobile phone. 

अगर बात करें दुनिया की पहली सफल Mobile phone की तो उसे वर्ष 1973 में Martin cooper नामक एक engineer ने बनाया। मैं phone में पहली call Martin ने New york से New jersey तक की थी। आपको यह बता दें कि Cooper को ही offical तौर पर मोबाइल फोन का जन्मदाता माना जाता है। आपको यह बता दे कि Martin cooper एक American engineer है। जिन्होंने 3 अप्रैल 1973 में विश्व को पहली बार मोबाइल फोन दिया था जो कि आम लोगों के लिए था, जिसका वजन लगभग 2 किलो था। सुनने में यह काफी अचंभित करता है लेकिन पहले ऐसे ही मोबाइल की अविष्कार हुई थी। आज के युग से मोबाइल कौन पहले काफी भारी हुआ करता था परंतु 1980 के दशक में ऐसा phone रखना धनवान होने का प्रतीक माना जाता था, Martin cooper ने आज के कंपनी Motorola के साथ बनकर यह मोबाइल फोन बनाया था।

के बाद वर्ष 1979 में japan में पहली बार mobile network बिछाया गया था। यह first genration का network था। जिससे आम लोग आपस में बात कर सकते हैं।

फिर सन 1983 में आम लोगों के लिए मोबाइल handset बनने लगे जो कि Motorola ही बनाना start किया था। पहला हैंडसेट का नाम Motorola dynatac 8000x था, यह मोबाइल वजन में 2 kilogram भारी, लंबाई में तकरीबन 1 feet का था और इसे charge करने में 10 घंटा समय लगता था, और मोबाइल को charge करके करीब करीब 30 मिनट तक बात करी जा सकती थी। इस वक्त इस मोबाइल की market में कीमत 3 lakhs की थी।

फिर second generation mobile network सेवा 1991 में radiolinja नामक कंपनी ने शुरू की। इस सेवा की शुरुआत से मोबाइल में s.m.s. और internet सेवा आ गई।

इसके बाद third genertaion मोबाइल सेवा वर्ष 2001 में जापान में शुरू की गई, क्योंकि उस समय का सबसे advance mobile network था। इसके सहायता से data transfer करना fast हो गया, video calling feature इसी genertaion में आया था।

आज की generation में मोबाइल फोन में क्या बदलाव हुआ है, इसके बारे में बोलने की मुझे जरूरत नहीं है।

CONCLUSION

मोबाइल फ़ोन का अविष्कार के पीछे कई साइंटिस्ट इंजीनियर का हाथ रहा है हमें उनकी ये छोटी या बड़ी कामियाबी को याद रकना चाहिए। उनके दिए गये योगदानो को हम सदा याद करते हैं। हम कितना आगे आचुके है, मोबाइल फ़ोन आज हमारे जीवन का एक आमूल्य हिससा हो चूका है।

Telephone ka avishkar kisne kiya hai । Mobile phone ka khoj kaise hua

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