Tuesday, August 15, 2023

Radio ka avishkar kisne kiya tha

अगर आज से कुछ समय पहले की बात करें जब television कुछ लोगों के पास हुआ करते थे, या यूं कहें कि जब television था ही नहीं। तब radio ही एकमात्र लोगों का entertainment का विकल्प हुआ करता था। यह लोगों का एकमात्र उपाय था ताकि वह media से और दुनिया से जुड़े रहे। साथी radio media का एक प्रमुख माध्यम हुआ करता था ताकि वह खबर और प्रतिदिन के होने वाले सारे जानकारी दे सके दुनिया को। देश-दुनिया, entertainment, खेल-कूद और government के सारे खबर radio के द्वारा लोगों तक पहुंचती थी और लोग इसे सुनने के लिए बेताब रहते थे। जैसे आज हम अपने T.V पर आने वाली प्रिय धारावाहिक के लिए बेताब रहते हैं।


 चलिए आज हम बात करते हैं कि radio का आविष्कार किसने किया था? भारत में सबसे पहले radio कब आया था? रोमांचक आविष्कार के बारे में जानने के लिए इस blog को अच्छे से पढ़िए।  

Radio waves ka avishkar

यह साल 1680 का था जब कई scienctists ने और खोजकर्ता ने काफी विस्तार से Radio waves के बारे में सोचा और अंदाजा लगाया कि कुछ इस प्रकार की waves भी होती है, जिसका use communication के लिए किया जा सकता है। 



फिर 1866 में कुछ प्रयोग के जरिए यह समझा गया की electric current variation को space में उसी तरह छोड़ दिया जाता है जिस तरह light और heat को। फिर कई scientists और engineers ने ऐसे signals की खोज शुरू की जिससे message भेजा जा सके।

First attempt at making Radio.

henry-rudolf-hertz-electromagnetic-waves


करीब 1880 के दशक में Henry Rudolf Hertz ने electromagnetic waves की खोज की। जिसके बाद radio की आविष्कार में और मदद मिली। अपने electromagnetic waves की खोज के बाद Hertz ने radio के अविष्कार में अपना बहुत योगदान दिया पर सफलता मिलने से पहले उनकी मृत्यु हो गई। फिर बाद में उनके सहयोगी ने Hertz के खोजों पर किताब बनाएं। जिसमें इस विषय के पुराने विफल खोजो और Hertz द्वारा सफलतापूर्वक खोज के साथ electromagnetic तरंगों का detail में जानकारी दी गई ताकि future में Hertz खोजों को आगे बढ़ाया जा सके।

Second attempt at making Radio.

इसके बाद hertz के किताब को पूरे दुनिया के विशेषज्ञों ने ध्यान से पढ़ें जिनमें से एक Jagdish Chandra Bose भी थे। उस किताब ने जगदीश चंद्र बोस के ऊपर इतना प्रभाव डाला की कुछ ही सालों में उन्होंने एक electromagnetic waves पर आधारित एक device बना दिया। जिसे 1890 के दशक में एक वैज्ञानिक प्रदर्शन के दौरान एक दूर रखी घंटी को electromagnetic waves के द्वारा बजाया गया था। यह उस समय एक अविश्वसनीय बात थी।

Third attempt at making Radio.

Radio के अविष्कार में कोशिश तो कईयों ने की पर आपकी जानकारी के लिए बता दूं। Official तौर पर radio के आविष्कारक Guglielmo Marconi को ही wireless का जन्मदाता माना जाता है। इसी आविष्कार के लिए 1909 में उन्हें physics का nobel prize दिया गया। आपको बता दें Marconi का जन्म Italy में हुआ था। बचपन से ही Marconi की रूचि science में थी, वह अक्सर विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों में लगे रहते थे। September 1894 एक रात की बात है Marconi एक कमरे से दूसरे कमरे में गए। और वहां जाकर उन्होंने एक moscode को दबाया जिसके बाद जिन चिंगारी की चटपट हुई और 30 feets पर रखी हुई घंटी बज उठी। यह देखकर Marconi के खुशी का ठिकाना ना रहा। इसके बाद उन्होंने अपने इन प्रयोगों पर और जोर शोर से काम करना शुरू कर दिया। फिर एक दिन की बात है Marconi ने अपने बनाए हुए transmitter को पहाड़ी के एक ओर रखा और receiver को दूसरी ओर। Receiver के पास message receive करने के लिए उनका भाई खड़ा था। जब उसके भाई को message मिला तो वह खुशी के मारे पहाड़ पर नाचने लगे। उनकी खुशी देखकर Marconi को यह विश्वास हो गया कि उनका device काम कर रहा है। London में सन 1896-97 के बीच उनके द्वारा निर्मित wirless डिवाइस का प्रदर्शन काफी सफल रहा।और फिर 1897 में 12 miles तक radio संदेश भेजने में सफल हुए। इससे सारे europe में Marconi के नाम पर धूम मच गई। 12 December 1901 एक महान कार्य किया, उन्होंने पहली बार अंग्रेजी के “S”अक्षर को moscode द्वारा atlantic ocean के आर पार भेजने में सफलता प्राप्त किया। जिसके बाद उनके नाम कब विश्व में चर्चा होने लगा। आपको बता दें कि कहीं historians ने यह कहा है कि Marconi के आविष्कार के वजह से ही 1912 के titanic दुर्घटना में 700 जितने लोगों को बचाया गया था। और ऐसे ही घटनाओं में radio के द्वारा signal भेज के कई लोगों को बचाया गया।

The fourth attempt at making Radio.

आपको यह बता दे कि Marconi ने जो radio बनाया था, उससे संदेश को केवल एक ही व्यक्ति तक भेजा जा सकता था। canadian वैज्ञानिक Reginald Fessenden कई वर्षों तक radio पर काम किया था और उन्हें सफलता भी मिली। 24 December 1906 के शाम को इस canadian वैज्ञानिक ने जब अपना violin बजाया तब atlantic सागर में तैर रहे तमाम जहाज के radio operator ने उस संगीत को अपने radio set पर सुना। वह दुनिया में Radio broadcast की पहली पहल थी। हालांकि इससे पहले Jagdish Chandra Bose भारत में तथा Guglielmo Marconi सन 1901 इंग्लैंड से अमेरिका radio से व्यक्तिगत ( person-person ) signal भेजना शुरू कर दिया था। पर एक से अधिक व्यक्तियों को एक साथ message भेजने या broadcasting की शुरुआत 1906 में Reginald Fessenden ने की थी।

Radio बनी आधुनिक।

1906 में Lee de forest जैसे लोगों ने Radio को और आधुनिक बनाया प्रयोग शुरू की। इसी के बाद radio का प्रयोग संचार के माध्यम से सिर्फ navy में इस्तेमाल किया जाने लगा। फिर 1917 में World war-1 की शुरुआत के बाद किसी भी गैर फौजी के लिए radio का प्रयोग banned कर दिया गया। फिर कुछ दिनों बाद New york के है ब्रिज इन इलाकों में Lee de forest साल 1918 के दशक में सबसे पहले radio station की शुरुआत की गई थी लेकिन बाद में पुलिस ने इसे गैरकानूनी कहकर बंद करवा दिया। इसके बाद November 1920 में नौसेना के radio विभाग में काम कर चुके Frank Conrad को कानूनी तौर पर दुनिया में पहली बार Radio station की शुरुआत करने की इजाजत दे दी गई और इस तरह रेडियो पर लगी रोक को हटा दिया गया। इसके बाद साल 1923 में रेडियो पर विज्ञापन की शुरुआत हुई। रेडियो के बारे में आपको यह facts जान लेना चाहिए लेकिन शुरुआत में रेडियो को ₹10 का licence रखना पड़ा था हालांकि बाद में यह लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।

Bharat में radio का इतिहास।

भारत में साल 1924 में सबसे पहले Madras presidency club radio को लेकर आया था। इस club ने 1927 तक Radio station में प्रसारण का काम किया हालांकि financial परेशानियों के चलते इस Madras presidency club को बंद कर दिया गया। इसके बाद इसी साल 1927 में Mumbai के कुछ बड़े businessmen ने भारतीय प्रसारण कंपनी ( Indian Broadcasting Company ) को Mumbai और Kolkata में शुरू किया। इसके बाद 1932 में भारत सरकार ने इसकी जिम्मेदारी खुद ले ली और Indian Brodcasting Service जिसका साल 1936 में नाम बदलकर All India Radio (AIR) रख दिया गया। जो कि बाद में “आकाशवाणी” नाम से भी जाना जाने लगा। भारत में सरकार द्वारा बनाए गए रेडियो प्रसारण एक राष्ट्रीय सेवा थी इसके प्रसारण के लिए station बनाया गया और देश के कोने कोने तक इसकी पहुंच बनाई गई थी। यही नहीं radio ने भारत के आजादी में अहम भूमिका निभाई है।

Conclusion

Radio का महत्व हमारे जीवन में काफी indirect रहा है यह Telephone और Mobile phone की आविष्कार में काफी महत्वपूर्ण योगदान है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि साइंटिस्ट, खोजकर्ता और इंजीनियर ने छोटी सी छोटी और बड़ी सी बड़ी खोज करके इस जगत को जोड़े रखने का बहुत महत्व है।

Telephone ka avishkar kisne kiya hai । Mobile phone ka khoj kaise hua

 Telephone ka avishkar kisne kiya hai दोस्तों आज इस blog के जरिए आज हम phone के आविष्कारक के बारे में जानने की कोशिश करेंगे। जिस के आविष्का...